Monday, October 31, 2011

सम्पूर्ण रामचरितमानस आनलाइन

गोस्वामी तुलसीदासजी कृत महाकाव्य श्रीरामचरितमानस मूल अवधी भाषा में हिन्दी में भावार्थ सहित यहाँ उपलब्ध है। इंटरनेट की दुनिया में वेबदुनिया ने यह महाकाव्य पहली बार साइट पर उपलब्ध कराया है। यह प्रयास धर्मार्थ किया गया है। इसका उद्देश्य जन-जन की प्रिय श्रीरामचरितमानस से इंटरनेट के पाठकों को भी जोड़ना है। नीचे इस महाकाव्य के सभी काण्डों की लिंक दी है। आप जिस भी काण्ड का अध्ययन करना चाहते हैं उसकी लिंक पर क्लिक करें।
http://hindi.webdunia.com/religion/religion/hindu/ramcharitmanas/

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